किया आप जानते है कुत्ते को खाना खिलाने के कितना हे फायदे ? कुत्ते को खाना खिलाने से भाग्य का दरवाजा खुल जाता है, सोये हुए भाग्य भी चमकने लगता है। अगर आपका भाग्य साथ नहीं दे रहा है, कर्ज भी बहुत हो गया, उधार दिया हुआ पैसा भी नहीं मिल रहा है, व्यवसाय भी चल नहीं रहा, ग्राहक दोकान पर आना ही नहीं चाहते है , किसी ने आपके व्यवसाय को बांध दिया है। तो आपके लिए कुत्ता को खाना खिलाना किसी वरदान के स्वरुप हो सकता है।
हिंदू धर्मीय मान्यता के अनुसार कुत्ते को भैरव भगवान की सवारी माना गया है, दत्तात्रेय भगवान के भी कुत्ता बहुत प्यारे थे। धर्मराज जुधिष्ठिर जव पाण्डबों के साथ स्वर्ग के तरफ गमन किये थे तब कुत्ते को साथ लेके गए थे। साथ ही कुत्ते को शनि, राहु और केतु का प्रतीक भी माना जाता है. इससे ये बात प्रतीत होता है सनातन हिन्दू धर्म में कुत्ते का महत्व कितना है और कुत्ते को खाना खिलाने से आपको कितना फायदेमंद हो सकता है। यह जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
भगवान हमेशा हमारे सत्य की परीक्षा लेते हैं। हिंदू धर्म और ज्योततिष में प्रकृति से जुड़ी हर चीज को बहुत महत्वो दिया गया है. फिर चाहे वे अग्नि, जल, वायु, धरती जैसे पंच तत्व हों या पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, जानवर. यहां तक कि पूजा-पाठ, पर्व-उत्सव भी इनके बिना अधूरे होते हैं. इसलिए सनातन धर्मालम्बी लोग इनकी पूजा करते है और इनका आशीर्वाद भी लेते है. अक्सर व्यक्ति अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए इन पेड़-पौधों, पशु-पक्षियों का सहारा लेते है,
सनातन हिंदू धर्म में जीव जन्तुओ को हमेशा धर्म से जोड़ा गया है। कुत्ता भी उन्हीं जानवरों में से एक है। इसलिए कुत्ते को खाना खिलने से लोगो का सौभाग्य बढ़ता है और आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता है। खासतौर पर अगर आप काला कुत्ते को अपने घर में रखते हो या खाना खिलाते हो तो ज्यादा लाभ मिलता है, क्योकि’काला कुत्ता शनि और केतु ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। वास्तुत के अनुसार भी देखा जाए तो काला रंग नकारात्मकता को अपने अंदर समाहित करता है। ऐसे में काले कुत्ते की उपस्थिति मात्र से ही नकारात्मक शक्तिया नष्ट हो जाती है।’ इसी बजह से कुत्ते को मनुष्य का सबसे अच्छा साथी भी माना जाता है.
ज्योतिष शास्त्र में शनि को जहां एक क्रूर ग्रह बताया गया है, वहीं राहु और केतु को पाप ग्रह की श्रेणी में रखा गया है. ये तीन ग्रह जब अशुभ फल देने पर आते हैं तो राजा को भी रंक बना देते हैं. जीवन भर की कमाई पल भर में नष्ट हो जाती है.
नौकरी, व्यापार, दांपत्य जीवन सभी में परेशानियां आने लगती हैं. कुंडली में शनि दोष को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्रो में काले कुत्तें को रोटी खिलाने की सलाह दी जाती है. कुत्ते को भोजन देने से बाबा भैरव प्रसन्न होते हैं तथा अपने भक्तों की आकस्मिक संकटों से रक्षा करते हैं।
भगवान भैरव की सवारी हे कुत्ता यह बात हमने पहली ही बता चुके अतः कुत्ते को प्रसन्न कर आप भगवान भैरव को भी प्रसन्न कर सकते हैं. यदि आपके घर के आसपास कोई कुत्ता रहता है या वह घूमता हुआ आपके दरवाजे पर आ जाता है तो उसे कभी भी खाली पेट न जाने दें. मान्यता है कि कुत्ते को प्रसन्न रखने से भैरव भगवान आसपास यमदूत को भी फटकने नहीं देते है।
संसार में ऐसे भी कुछ लोग होते हैं जो कुत्तों को खाना खिलाना पसंद नहीं करते हैं। अधिकतर वे उनको मारते और पीटते हैं। पर ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि आप एक इंसान हो इसलिए आपकी स्वाभाव में इंसानियत बना रहना चाहिए, अगर आप जानवरों के जैसा व्यवहार करोगे तो आपमे और जानवर मे कोई फर्क नहीं रहेगा। कई सारे हिंदु घरो के अंदर आज भी यह परम्परा मौजूद है गाय, कुत्ते कौवा को खाना खिलाना क्योकि सनातन धर्म में पहली रोटी गाय के लिए दूसरी रोटी कौवे के लिए और तीसरी रोटी कुत्ते को डालना चाहिए इससे घर में सुख शांति बनी रहती है।
आइए जानते हैं कि कुत्ते को खाना खिलाने से क्या-क्या फायदे हो सकते हैं.
१. आकस्मिक मृत्यु से बचाव होती है:
धार्मिक मान्यता के अनुसार कुत्ते को काल भैरव की सवारी माना जाता है. इसलिए अगर आप कुत्ते को खाना खिलाते हैं तो काल भैरव देव प्रसन्न होते हैं. भैरव का शाब्दिक अर्थ होता है भय से रक्षा करनेवाला। हिन्दू धर्म में भैरव का वर्णन विशाल आकार के काले वर्ण वाला, हाथ में दंड धारण किए हुए काले कुत्ते की सवारी करते हुए है। पापियों को दंड देने की प्रवृत्ति की वजह से इन्हें दंडपाणी कहकर भी बुलाया जाता है। जिसके कारण आपके ऊपर आकस्मिक मृत्यु का खतरा नहीं रहता है. इसलिए जिन लोगों को अकाल मौत होने का डर बना रहता है। उन्ह लोगो को कुत्ते को खाना जरूर खिलाना चाहिए ।
२. बीमारी से मुक्ति मिलती है:
यदि कोई व्यक्ति बहुत अधिक बीमार रहता है, तो उस व्यक्ति को चाहिए कुत्ते को खाना खिलाना। क्योकि ऐसा माना जाता है, कुत्ते को खाना खिलाने से कुत्ता उस इंसान की बीमारी को अपने उपर ले लेता है।इससे बीमार व्यक्ति जल्द ही स्वस्त हो जाता है ।
३. कालसर्प दोष में लाभ मिलता है:
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार किसी जातक के कुंडली के अंदर राहू और केतू ग्रह के बीच अन्य ग्रह आ जाते हैं तो काल सर्प योग बनता है। जिस इंसान की कुंडली के अंदर काल सर्प योग होता है। उसके जीवन के अंदर कुछ भी अच्छा नहीं होता है। हर कार्यों में असफलता मिलती है और जातक जीवन भर दुःखो का सामना करता है. ऐसे में काल सर्प दोष के प्रभाव को कम करने के लिए कुत्ते को खाना खिलाना बहुत ही शुभ माना गया है।
४. पितर प्रसन्न होते है:
मान्यताओं के अनुसार पितृ शांति के लिए अगर काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलाई जाए तो लाभ मिलता है. जिन लोगो के कुंडली में पितृ दोष है या जिनके ऊपर पितर अप्रसन्न है, वे लोग कुत्ते को खाना खिलाकर अपना किस्मत को चमका सकता है।
५. बुरे आत्माए व् आपदाओं से रक्षा होती है:
हिन्दू धर्म में कुत्ते को तेज बुद्धि वाला प्राणी माना गया है, कुत्ते का सिक्स्थ सेन्स बहुत ही तेज होता है. कुत्ते का घ्राण शक्ति भी बहुत ही ज्यादा होती है। इन्ह खासियत की बजह से कुत्ता आसानी से ही बुरे आत्मा एवं प्राकृतिक आपदाओं को समज जाता है एवं भौकने लग जाता है। इसमें आत्माओं को देखने की भी क्षमता रखता है। कुत्ता भविष्य में होने वाली घटनाओं को जान लेता है, यही कारण है कि कुत्ते को देखकर आत्माएं दूर भागने लगती हैं। कुत्ता हमे नकारात्मक शक्तियों से करता है रक्षा: करती है। इसलिए कुत्ते को खाना खिलाने वाले व्यक्ति के पास कभी भी बुरे आत्माए ज्यादा देर नहीं भटक सकती है।
६. संतान सुख प्राप्ति होता है:
जिन दंपत्ति को संतान सुख नहीं मिला है उन्हें काला कुत्ता खाना खिलाना
उनके लिए वरदान साबित हो सकता है। साथ ही संतान के स्वास्थ्य के लिए भी कुत्ते को खाना खिलाना शुभ माना जाता है.
७. कर्ज से मुक्ति व् रूका हुआ पैसा वापस आता है:
यदि आपका पैसा कहीं पर अटक गया है। या आप खुद ही कर्ज में डूब गए हो
काफी प्रयास करने के बाद भी आप बहार निकल नहीं पा रहे हो। तो शनिवार के दिन से किसी काले कुत्ते को खाना खिलाए, इससे आपको लाभ मिलेगी ।
८. व्यवसाय मे सफलता मिलता है:
यदि आप बहुत समय से आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं, व्यवसाय नही चल रहा है, ग्राहक आपके दोकान पर उतना नहीं आ रहे है, किसी ने आपके व्यवसाय को बांध दिया है और बहुत सारे उपाय करने के बाद भी आपको कोई लाभ नहीं हुआ है, तो आपको कुत्ते को खाना खिलाने चाहिए। यकीन मानिए ऐसा करने से कुछ ही दिनों में आपको इसका असर दिखना शुरू हो जायेगा। आपका व्यवसाय चलना शुरू हो जायेगा, और पैसा का किल्लत भी दूर होने लगेगा।
९. दुश्मनों से निडरता दिलाता है:
अगर आपको दुश्मनों का भय हमेशा बना रहता है, या आप कोर्ट कचहरी के चक्कर में फास गए हो, तो कुत्ते को रोटी खिलाना बहुत फायदेमंद रहेगा। क्योकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काले कुत्ते को खाना खिलाने से आपके सारे दुश्मन आपसे परास्त होने लगते हैं।
१०. मन में कल्याण की भावना पैदा होती है:
यदि आप कुत्ते को रोटी देते हैं तो कहीं ना कहीं आपके मन मे कल्याण की भावना भी पैदा होती है। यह कल्याण की भावना केवल पशुओं तक ही सीमित नहीं रहती है, मनुष्यों के उपर भी काम करती है। आपके मन मे हमेशा यह भाव रहेगा कि संसार के असहाय जीवों के लिए कुछ भला किया जाए, बस यही तो ईश्वर की इच्छा है। यही तो इंसानियत है। नहीं तो आपमें और पशु में फर्क किया रह जायगा ? मन में परोपकार के ये भावना ही आपको महान व् काविल इंसान बनाएगा।
कुछ विशेष जो आपके लिए फायदेमंद हो सकता है:
अगर आप बहुत समय से आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं और बहुत सारे उपाय करने के बाद भी आपको कोई लाभ नहीं हुआ है, तो आप हर शुक्रवार के दिन काले कुत्ते को पके हुए चावल दही के साथ खिलाए, ऐसा करने से आपकी आर्थिक समस्या जल्द ही ठीक होगी।
यदि आपको अपने शत्रुओं से बहुत ज्यादा डर लगता है या फिर आपको कोई गंभीर रोग है, तो ऐसी स्थिति में अगर आप हर रविवार के दिन काले कुत्ते को चने की दाल के साथ रोटी या चावल खाने के लिए देते हो तो बहुत फ़ायदा मिलेगी।
कुत्ते को रोटी खिलाने से करियर में आने वाली बाधाएं भी दूर होती हैं. इसके लिए आपको रोटी के डिब्बे में रखी नीचे से तीसरे नंबर पर रखी रोटी लेकर उसमे, सरसों के तेल में अपनी तर्जनी और मध्यमा उंगली डुबाएं और इस रोटी पर सीधी रेखा खींच दें. उसके बाद ये रोटी दो रंग वाले किसी भी कुत्ते को बिना बोले खिला दें. ऐसा करने से आपके करियर में आने वाली दिक्कतें दूर हो जाएंगी.
घर के आसपास और दरवाजे पर आने वाले कुत्ते को कभी भी दुत्कारते हुए भगाना चाहिए. इससे घर में अभाव, अशांति, क्लेश होती है।कहा जाता है दरवाजे पर आने वाले कुत्ते को रोटी खिलाने से घर में बरकत बनी रहती है। घर से दुख-दर्द, बुरी बलाएं दूर होती है आर्थिक श्रीबृद्धि होती है, घर के सदस्यों के ऊपर से अकाल मृत्युभय दूर होती है ।
अगर आपकी कुंडली में कालसर्प दोष की प्रभाव बहुत ज्यादा हो तो आप काले कुत्ते को नियमित दूध पिलाना चाहिए इससे आपको ज्यादा फायदा मिलेगी। आपकी कुंडली में केतु कमजोर है, तो भी आपको नियमित काले कुत्ते को एक कटोरी दूध पिलाना चाहिए। ऐसा करने से केतु ग्रह शांत होता है। शनिदोष से मुक्ति पाने के लिए आपको हर शनिवार शाम के वक्त काले कुत्ते को दूध रोटी खिलानी चाहिए।
काले कुत्ते को शनिदेव की सवारी माना जाता है। शनिवार के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाने से ही शनिदेव बहुत प्रसन्न हो जाते हैं। इससे शनि की महादशा, शनि की ढैया और शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव में लाभ मिलता है। इतना ही नहीं, अगर शनि के प्रकोप से आपके बनते काम बिगड़ रहे हैं, तो इस उपाय को करने से आपको फायदा होगा। अगर शनि के प्रकोप के कारण यदि आपकी आर्थिक दशा खराब हो रही है, तो हर शनिवार काले कुत्ते को दही और रोटी खिलाने से लाभ होता है ।
खाना खिलाने के लिए कुछ दिशा निर्देश:
आप उसे घर का बना खाना खिलाये। कुत्ते भूख से ज्यादा नही खाते। रोटी ,सब्जी,दाल ,चावल,दूध। कच्ची सब्जियां न खिलाये तो अच्छा है। आप चाहे तो मासाहारी खाना भी खिला सकते हो। ज्यादा कुछ मीठी चीजें कुत्तों को न खिलाएं।
यदि आप कालभैरव की पूजा करते हैं तो काले कुत्ते को मीठाई और रोटी खिला सकते हैं।ऐसा माना जाता है कि काले कुत्ते को रोटी डालने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं और अकाल मौत को टाल देते हैं।कुछ लोगों को अकाल मौत होने का डर बना रहता है।या जो बीमार रहते हैं और उनको लगता है कि बीमारी से उनकी अकाल मौत हो जाएगी ।तो वे काले कुत्ते को रोटी डाल सकते हैं।
यदि किसी के कुंडली में राहु केतु का दोष है, तो वो भी काले कुत्ते को रोटी खिलाने से दोष दूर होती है। किसी के कुंडली में कालसर्प का दोष है, तो उसे काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलाने से कालसर्फ दोष से मुक्ति मिलती है।
बिशेष फल प्राप्ति के मकसद से अगर आप कुत्ते को खाना खिला रहे हो तो लगातार ४३ दिन तक कुत्ते को खाना खिलाना चाहिए। अगर आप हो तो हफ्ता में एकदिन अर्थात ४३ शनिबार कुत्ते को खाना खिलाना चाहिए। बिच में अगर किसी कारण से खिला नहीं पाते हो तो अगले दिन ही खिला सकते हो। हमेशा श्रद्धा भाव से खाना खिलाना चाहिए और कुत्ता जबतक खा रहा होता है तबतक हो सके तो पास में ही खड़ा रहे। कुत्ते को अभय दान करे कभी भी क्रूरता न दिखाए एवं ऐसा कुछ खाने को न दे जिससे कुत्ते के स्वास्थ्य पर बुरा असर हो , नहीं तो आपको पाप लगेगा और इसका परिणाम भी आपको भुगतना पड़ेगा। आध्यात्मिक लाभ के लिए हमेशा भारतीय देशी कुत्ते को खाना खिलाना चाहिए। घर के पालतू कुत्ते से ज्यादा बाहार के आवारा कुत्ते को खाना खिलाए इससे आपको ज्यादा लाभ मिलेगी।
कुत्ता घर मे पालने से समन्धित धार्मिक अनुदेश :
कुत्ता अपने मालिक पर आने वाले संकट को अपने ऊपर ले लेता है. जिससे घर के मुखिया सुखी संपन्न रहता है. इसके अलावा कुत्ता पालने से घर में किसी प्रकार की प्रेत बाधाएं नहीं आती है. पर एक बात बात ध्यान देना चाहिए कुत्ते को कभी भी घर अंदर नहीं पालना चाहिए।
जो लोग घर के अंदर कुत्ते का पालन करते हे, देवराज इंद्र कहते है। घर के अंदर कुत्ता पालने वाले के लिए स्वर्ग में स्थान नहीं है ऐसे व्यक्तियों का स्वर्ग में प्रवेश वर्जित है। कुत्ते से पालित घर मे किये गए यज्ञ, और पुण्य कर्म के फल को क्रोधवश नामक राक्षस उसका हरण कर लेते है।
और तो और उस घर के व्यक्ति जो कोई दान, पुण्य, स्वाध्याय, हवन और कुवा-बावड़ी इत्यादि बनाने के जो भी पुण्य फल इकट्ठा होता है वह सब घर में कुत्ते की दृष्टि पड़ने मात्र से निष्फल हो जाता है। इस लिए कुत्ते का घर मे पालना निषिद्ध और वर्जित है। हमेशा कुत्ते का स्थान द्वार तक ही होनी चाहिए। आप कुत्तों के लिए घर के बाहर बाडा बनवाएं घर के अंदर नहीं, यह शास्त्र मत है।
अर्थात कुत्ते को कभी भी अपने घर के अंदर न रखके बाहर में कुत्ते के लिए घर बाहर रहने का बंदोबस्त करना चाहिए। अतिथि घर में, गाय आंगन में, और कुत्ता, कौवा, चींटी घर के बाहर ही फलदाई होते है। अगर कुत्ता पालना है तो महंगे पैसे से खरीद के बिदेशी कुत्ता न खरीदकर रास्ते घूम रहे किसी आवारा भारतीय कुत्ते का गोद ले, अपने घर के बाहर एक बाडा बनाए और उसमे कुत्ते प्यार से रखे इससे अपार पुण्य मिलेगी।