हमारी सनातन संस्कृति में प्रकृति को परमात्मा सदृश मानकर उसकी आराधना की गई है। प्रकृति परमात्मा का ही अंग है इसीलिए हमने नदियों,पर्वतों एवं वृक्षों की पूजा की। हमारे वनस्पति शास्त्र में कई ऐसी दुर्लभ जड़ी-बूटियों का उल्लेख है जिन्हें प्राप्त कर पूर्ण विधि-विधान से सिद्ध कर लेने पर मनुष्य को आशातीत लाभ होता है। ऐसी ही एक अति-दुर्लभ जड़ी है ‘हत्थाजोड़ी’। जो मूल रूप में एक वृक्ष की जड़ होती है।
मां चामुंडा का प्रतिरूप होती है हत्था जोड़ी जड़, तंत्र शास्त्रों में इसका बहुत ही विवरण मिलता है, क्यौकि ये बहुत ही प्रभाबी व् दिव्य जड़ होता है, तांत्रिक विधि से सिद्ध हत्था जोड़ा की करामात जान हैरान रह जाएंगे आप, धन को चुंबक की तरह खींच लेती है हत्थाजोड़ी, आपको हैरत में डाल देंगे इसके चमत्कार। हत्था जोड़ी किसी भी कंगाल व्यक्ति को मालामाल बना सकती है ।
हत्था जोड़ी में अद्भुत प्रभाव निहित रहता है। क्योकि यह साक्षात चामुंडा देवी का प्रतिरूप है। यह जिसके पास भी होगी वह अद्भुत रूप से प्रभावशाली हाेगा। सम्मोहन वशीकरण, अनुकूलन, सुरक्षा और संपत्ति संवर्धन की इसमें चमत्कारी शक्ति होती है। इसे कहीं से प्राप्त करके तांत्रिक विधि के साथ सिद्ध कर दिया जाए तो साधक निश्चित रूप से चामुंडा देवी का कृपापात्र बन जाता है।
हत्थाजोड़ी असल में विरुपा नामक एक पौधे की अत्यंत दुर्लभ जड़ है जिसे महाकाली और कामाख्या देवी का रूप माना जाता है. अगर आप इसकी जड़ को अपने घर की तिजोरी में रखते है तो हर तरह से खुशहाली आने लगती है। हत्थाख जोड़ी के प्रभाव में व्यातपार में वृद्धि होती है। आर्थिक परेशानियों से निपटने के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होती है हत्था। जोड़ी। इस जड़ को घर में रखने से इसके प्रभाव में दरिद्रता और पैसे से संबंधित सभी प्रकार की परेशानियां दूर होती हैं।
शास्त्र के अनुसार ये मंत्र सिद्ध (ऊर्जावान) हत्था जोड़ी मूल धन को पाने के लिए बहुत कारगर चीज होती है। गरीबी को कुछ ही समय में दूर कर देती है, व्यवसाय अच्छा चलता है. और व्यक्ति के सारे काम मन मुताबिक बनने लगते हैं. मुकदमें में जीत और शत्रु को परास्त करने में हत्थात जोड़ी काफी मददगार सिद्ध होता है। इसकी जड़ से आप वशीकरण और भूत-प्रेत जैसी बाधाओं को भी दूर कर सकते है।
वहीं वनस्पति होने के कारण ये औषधीय गुण भी रखती है। हत्था जोड़ी (Hatha Jodi) भारत में मध्य प्रदेश के अमरकंटक पर्वतों में और नेपाल में लुंबिनी नदी के घनों जंगलों में पाई जाती है। ये जड़ जिसको मिल जाए उसके तो समझो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इस जड़ की आकृति दो जुड़े हुए हाथों के रूप में होती है यह जडी अपने आप में एक कुदरत का करिश्मा है जिसका लाभ बहुत से लोगों ने उठाया है ज्योतिष शास्त्र में हत्था जोड़ी (Hatha Jodi) का बहुत महत्व है।
यात्रा, विवाद, प्रतियोगिता, साक्षात्कार, युद्ध क्षेत्र आदि में यह साधक की रक्षा करती है और उसे विजय प्रदान करती है। भूत-प्रेत आदि वायव्य आत्माओं का उसे कोई भय नहीं रहता। धन-संपत्ति देने में यह बहुत चमत्कारी साबित होती है। अगर आपके व्यापार में तेजी नहीं आ रहीं है तो ये जड़ आपकी मदद कर सकती है। अपनी दुकान या आॅफिस में इस जड़ को रखें, इसके प्रभाव से आपके व्यापार में तेजी आएगी।
हत्था जोड़ी का शक्तिशाली प्रभाव:
हत्था जोड़ी उन लोगों के लिए सम्मोहित करने, ढालने और वित्तीय स्थिति में सुधार करने की क्षमता सहित कई प्रभाव प्रदान करती है। इसका सबसे शक्तिशाली प्रभाव इसका परिरक्षण प्रभाव है, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि इसे यात्रा पर रखने वालों, चर्चाओं, साक्षात्कारों और लड़ाइयों में विजय और भय को दूर करने की क्षमता प्रदान करके उनकी रक्षा की है।
अच्छी किस्मत वाला जड़ :
हठ जोड़ी को एक दुर्लभ लकी चार्म भी माना जाता है जो धारक को भाग्य, ज्ञान, धन और आकर्षण प्रदान करता है। जब धारक को ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है जिसमें वे सट्टेबाजी कर रहे होते हैं, या उन्हें अनुकूल रूप से जीतने की आवश्यकता होती है, तो इस रूट को अपने अधिकार में रखने से उनकी किस्मत और दूसरे प्रतिद्वंद्वी पर विजय प्राप्त करने की क्षमता को बढ़ावा मिलेगा।
वित्तीय लाभ :
हठ जोड़ी हानि और बुराई से सुरक्षा प्रदान करने के अलावा सौभाग्य, धन और व्यापार में वृद्धि भी प्रदान करती है। यह व्यवसाय के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि यह ग्राहकों की संख्या, व्यवसाय की स्थिति और किसी व्यक्ति की आकर्षण शक्ति को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह ऐसा इसलिए करता है क्योंकि इसमें “वशीकरण” की शक्तियाँ होती हैं, जिसे भारतीय संस्कृति में आकर्षण के रूप में पहचाना जाता है।
समुचित उपयोग
जबकि जड़ में शौर्य, धन और सौभाग्य को बढ़ावा देने वाली इन शक्तियों को समाहित करने के लिए कहा जाता है, यह समझना महत्वपूर्ण है कि यह इन शक्तियों को केवल तभी दे सकती है जब यह ठीक से सक्रिय हो, इसे अपने शुद्ध रूप में समाहित किया जाना चाहिए, इसे हमेशा होना चाहिए ताजा रहो, और इसका सम्मान किया जाना चाहिए। माना जाता है कि जड़ को गंगा नदी के पानी से धोया जाता है और फिर लाल कपड़े के टुकड़े पर रखा जाता है। एक बार जब यह सूख जाए, तो इसे सिंधूर में डुबोकर ठीक से संरक्षित करना चाहिए। अंत में, इसे एक धार्मिक स्थान पर रखने की आवश्यकता होती है जहाँ इसकी पूजा और सम्मान किया जा सके।
तांत्रिक वस्तुओं में यह महत्वपूर्ण है, किंतु इसका लाभ केवल तभी प्राप्त हो सकता है जब हत्था जोड़ी शुद्ध हो और उसकी नियमानुसार पूजा कर ली जाए। किसी दूसरे की प्रयोग की हुई हत्था जोड़ी अनुकूल नहीं होती है ।
मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के कुछ बिशेष लाभ-
- मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी पर अर्पित किए गए सिंदूर का तिलक करने से मनुष्य में वशीकरण क्षमता आ जाती है।
2 . मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी को लाल रेशमी वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रखने से धन की कमी नहीं रहती।
3मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी को अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान में रखने व्यापार में वृद्धि होती है।
4 .मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के सम्मुख शत्रु दमन मंत्र का जप करने से शत्रु पीड़ा से मुक्ति मिलती है। - मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के पास रहने से कोर्ट-कचहरी व मुकदमे इत्यादि में सफ़लता मिलती है।
- इसका उपयोग आसान और सुरक्षित प्रसव के लिए किया जाता है, यह आसान पेशाब के लिए क्षेत्र को अनब्लॉक करता था। हठ जोड़ी का एक पेस्ट बनाया जाता है और पेट के निचले हिस्से पर लगाया जाता है।
- इसका प्रयोग पीलिया को ठीक करने में किया जाता है
- हत्था जोड़ी से भी कब्ज दूर होती है
- अगर आप हत्था जोड़ी पर सिंदूर लगाकर दाहिने हाथ में बांधते हैं तो आप किसी का भी वशीकरण कर सकते हैं।
- यदि बच्चा बार-बार बीमार पड़ रहा हो और बहुत रो रहा हो तो शाम के समय घर में हत्था जोड़ी, इलायची और लौंग की धूप जलाएं।
- मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है।
प्राकृतिक हत्थाजोड़ी को मंत्रों के साथ निकाला जाता है और विशेष मुहूर्त में सिद्ध किया जाता है. ये मुहूर्त रवि-पुष्य, गुरु-पुष्य, नवरात्रि, ग्रहणकाल, होली, दीपावली आदि हो सकते हैं.
सिद्ध करने के लिए भी विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है, इसके बाद इस जड़ को चांदी की एक डिब्बी में सिंदूर के साथ रखा जा सकता है. तिजोरी में सिन्दूर लगी हुई हत्था जोड़ी रखने से विशेष आर्थिक लाभ होता है। लेकिन ध्यान रहे कि हत्था जोड़ी को जब भी प्रयोग में लाना हो, तो इससे पहले इसकी तांत्रिक सिद्धि अवश्य करा लें अन्यथा आपका प्रयास विफल हो जाएगा।
अगर आप अभिमंत्रित हत्था जोड़ी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इसे स्वामीजी की एस्ट्रो मॉल से भी ऑर्डर कर सकते हैं। स्वामीजी के दोवारा स्वयं तांत्रिक बिधि से हत्था जोड़ी को सिद्ध व् अभिमंत्रित कर आपके पास भेजा जाएगा।
अगर आपके पास
हत्था जोड़ी को घर के मंदिर में रख सकते हो. अगर आप इसे अपने व्यापार में वृद्धि के लिए उपयोग करना चाहते हैं तो इसे अपने लॉकर में रखें, यदि आप किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए बाहर जा रहे हैं कोर्ट कच्छारी अदि तो इसे अपनी साथ में भी रख सकते हो और यदि आप इसे दुश्मनों से बचाने के लिए उपयोग कर रहे हैं तो हत्था जोड़ी का छोटा सा पीस अपने गले में ताबीज के रूप में पहना जा सकता है । हमें इन दुर्लभ चीजों के प्रति हमेशा सम्मान रखना चाहिए जो धरती माता हमें प्रदान करती है। इसलिए इसे कभी भी छोटे कामों के लिए इस्तेमाल न करें और इसे सुरक्षित रखें।