(kp astrology for education and career) माता-पिता का एक सपना होता है कि वे अपने बेटे-बेटियों को उच्च शिक्षित करें, इसके लिए उनके प्रयासों में कोई कमी नही रखते । एक कारण है कि एक बच्चा अच्छी तरह से पढ़ सकता है लेकिन सभी छात्र शिक्षा में सफल नहीं होते हैं क्योंकि यदि कुंडली में शिक्षा का भाव में कोई अच्छा योग ही न हो या बच्चे की कुंडली में (कृष्णमूर्ति ज्योतिष पद्धति के अनुसार) शिक्षा स्थान खराब हो तो बच्चा कभी भी उछ शिक्षा में प्रगति नहीं कर सकता है.
कृष्णमूर्ति ज्योतिष पद्धति के अनुसार बच्चा पड़ेगा जरुर पर प्राइमरी तक ही, उसके बाद ही लाख प्रयास करने पर भी बच्चे का मन ठीक से पड़ाइ में नही लगेगा, या तो कोई न कोई बाधा उच्चशिक्षा में जरुर बाधा डालेगी । Most power full remedies for students
इसलिए सबसे म्ह्त्बपूर्ण काम हे बच्चे की जन्मकुंडली को किसी विद्यान ज्योतिषी (kp astrology for education and career) के दोवारा विचार करवाना और बुरे ग्रहों का शांति करवाना, एवं कुंडली में शिक्षा का भाव स्थित ग्रो के हिसाब से वच्चे को उच्शिक्षा की और दाखिल करवाना इससे आपकी बच्चा जरुर अपनी मंजिल तक जा पायगा ।
शहरी क्षेत्रों के माता-पिता का एक और समूह है जिनके मन में हमेशा एक जूनून रहता हें, किसी भी तरह अपने बच्चे को डॉक्टर या इंजिनियर बनते हुए देखना चाहते हे । पर ये कभी देखने या जानने की कौशिश नही करते – “अपनी बच्चे की जन्मकुंडली किया कह रहा है ….. .” कुंडली में शिक्षा का भाव में डॉक्टर या इंजिनियर बनने का योग है या नही सबसे पहले ये जानना चाहिए। किसी विद्यान ज्योतिषी के दोवारा पता लगवाए आपके बच्चे की उच्च शिक्षा में किस विषय लेके अध्ययन करने का योग है ?
आपका बच्चे को किस बिषय पर पड़ने में सफलता मिलेगी ? डॉक्टर या इंजीनियरिंग की क्षेत्र में सफलता मिलेगी या नहीं। पहले ये जाने और फिर अपनी बच्चे को सही बिषय पर पड़ाए तब देखेंगे आप की बच्चा जल्द ही सफलता की और बड़ते हुए आपका नाम रोशन करेगा।कृष्णमूर्ति ज्योतिष पद्धति (kp astrology for education) के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में उच्च शिक्षा का भाव चौथी भाव के सवलार्ड 4,11 भाव का सूचक है, तो वह कॉलेज तक पढ़ाई करता है। सवलार्ड 4,9,11 भाव का सूचक होने पर जातक विश्वविद्यालय तक उच्चशिक्षा ले सकता है ।
अगर कुंडली में उच्च शिक्षा का भाव चौथी भाव के साबलर्ड 4,8,9,11 भाब का निर्देशक होता है तो जातक उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम होता है, लेकिन कई बाधाओं व् मुश्किलें भी आता है । और यदि चौथे भाब का सबलार्ड 4,9,10,11 भाब का निर्देशक होता है, तो जातक बहुत उच्च शिक्षित होता है, जैसे कि आईएस अधिकारी, या विश्वविद्यालय का कुलपति, डॉक्टर या इंजीनियर, आदि।
और कुंडली में उच्च शिक्षा का भाव चौथे भाब का उपस्वामी 3,6,11 भाब का निर्देशक होता है, तो ऐसा व्यक्ति कभी भी बहुत अध्ययन नहीं करेगा, हजारों प्रयासों के बाद भी शिक्षा में सफल नही हो सकता । इसलिए, ऐसे व्यक्ति को जल्द से जल्द अपनी बुरे ग्रहों की उपाय करके कुंडली में शिक्षा का भाव व् ग्रहों को मजबूत करवाना चाहिए, तभी ऐसे व्यक्ति को उच्चशिक्षा में अच्छे परिणाम मिल सकता है ।
कृष्णमूर्ति ज्योतिषीय प्रणाली के अनुसार, किसी छात्र की कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ स्थान का सबलार्ड ३,४,९ भाव का निर्देशक होके बुध व् मंगल ग्रहों के साथ संबंध करता हे तो जातक को कानून या तर्क के बिषय को लेके अध्ययन करने पर सफलता मिलती है।
यदि कुंडली में शिक्षा का भाव चौथे भाव के उपस्वामी ५,९ भाब के साथ सूर्य और बुध के साथ भी समंध करता है अथवा ४,९ भाव का निर्देशक होकर गुरु व् शनि ग्रहों के साथ समंध करता हे तो जातक को दर्शन शास्त्रों के उपर अध्यन करना चाहिए, क्यू की इस योग के चलते जातक एक महान दार्शनिक तक बन सकता है.
अगर चौथे भाव के उपस्वामी को ९ वें और १० वें भावो के निर्देशक के रूप में सूर्य, मंगल और बृहस्पति के साथ योग बनता है, तो जातक को राष्ट्र विज्ञान के उपर उच्च अध्ययन करना चाहिए। चौथे भाव का सबलार्ड ५ व् ९ भाव का निर्देशक होक चन्द्रमा के साथ समंध करता हे तो मनोविज्ञान के उपर पड़ना चाहिए ।
कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का साबलर्ड ८ व् ९ भाव का निर्देशक होकर शनि अथवा चन्द्रमा ग्रहों के सैट ह समंध करता है तो जातक को इतिहास का बिषय लेके पड़ना चाहिए. चतुर्थ भाव का सबलार्ड ३, ५ व् ९ भाव क आ निर्देशक होके चंद्रमा, शुक्र व् शनि ग्रहों के साथ समंध करता है तो बिद्यार्थी को साहित्य का बिषय लेके पड़ना उचित रहता है. अगर चतुर्थ भाव का साबलर्ड ४, ८ भाव का निर्देशक होक शनि व् मंगल ग्रहों के साथ समंध करता है, तो जातक को भू-तत्व के बिषय के उपर पड़ना चाहिए .
कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का सबलार्ड ३,४,९ भाव का निर्देशक बनके बुध ग्रहों के साथ समंध करता है तो जातक गणित के बिषय के उपर बहुर माहिर होता है, ऐसे जातक जिंदिगी में एक अच्छा गणितग्य बन सकता है. चतुर्थ भाव का सबलार्ड ४,९ भाव का निर्देशक बनके सूर्य, बुध, शुक्र ग्रहों के साथ योग बनता है तो ये पदार्थ बिद्या के उपर पड़ना निर्देश करता है. अगर चतुर्थ भाव का सबलार्ड ५,८,९ भाव का निर्देशक होके शुक्र व् सूर्य अथवा शुक्र व् मंगल ग्रहों के साथ समंध बनता है तो जातक को रसायनशास्त्र के उपर उच्चशिक्षा करना चाहिए.
कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का सबलार्ड ५,८,९ अथवा ५,६,१२ भाव का निर्देशक होकर सूर्य व् शुक्र ग्रहों के साथ समंध करता है तो बिद्यार्थी को जीव बिज्ञान के उपर पड़ना चाहिए.
किसी जातक के कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का साबलर्ड ३,४,६,७,११,१२ भाव का निर्देशक होकर बुध एव. शनि ग्रहों के साथ युति करता है तो हिसाव शास्त्रों पर उच्च शिक्षा करना चाहिए. चतुर्थ भाव का साबलर्ड २,३,९ भाव का निर्देशक बनके बुध व् गुरु ग्रहों के साथ समंध करता है तो अर्थशास्त्र लेके पड़ना चाहिएं. कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का साबलर्ड ३,९ भाव का निर्देशक होके गुरु व् मंगल ग्रहों के साथ समंध करता हे तो मैनेजमेंट कविषय पर पड़ना चाहिए. अर इस योग के साथ बुध ग्रहों का भी अच्छा युति बनता है तो बच्चा निसंदेह आगे चलके मार्केटिंग मैनेजमेंट बहुत अच्छा कैरिअर बना सकता है.
उच्च शिक्षा के लिए कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का साबलर्ड ३,९ भाव का निर्देशक होके चंद्रमा, बुध, व् गुरु ग्रहों के साथ योग बनता है तो जातक को जर्नालिजम शास्त्र के उपर पड़ना चाहिए. अगर चतुर्थ भाव का साबलर्ड ३,४,५ भाव का निर्देशक होके शुक्र ग्रहों के साथ समंध करता है तो जातक के लिए सबसे अच्छा बिकल्प हे फैशन डिज़ाइन के बिषय लेके पड़ना चाहिए. एइसा जातक फैशन जगत में बहुत अच्छा कैरिअर बना सकता है.
अगर कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का साबलर्ड ४,९,१० भाव के निर्देशक के साथ साथ मंगल,बुध व् शनि ग्रहों के साथ भी समंध करता है तो ये कारिगरी बिभाग में पड़ना निर्देश करता है. जिन्ह बच्चों की कुंडली में ऐसा योग है ये लोग कारिगरी बिभाग पर जरुर पड़ना चाहिए, क्यू की ऐसे बच्चे बड़े आसानी से ही इंजीनियर बन सकते है.
चतुर्थ भाव का साबलर्ड ४,९,१० ब हवो का निर्देशक होके मंगल, बुध,शुक्र ग्रहों के साथ समंध होने पर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग बिषय पर पड़ना चाहिए. अगर कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का साबलर्ड ४,९,१० भाव के निर्देशक होके मंगल, बुध व् चंद्रमा के साथ युति करता है तो उनके लिए सिभिल इंजीनियरिंग के बिषय पर पड़ना अति उत्तम रहता है. अगर चतुर्थ भाव का साबलर्ड ४,९,१० भाव के निर्देशक होकर मंगल, बुध व् शनि ग्रहों के साथ समंध करता है तो ये माइनिंग इंजीनियरिंग के बिषय पर पड़ना निर्देश करता है.
चिकित्सक बनने का स्वप्न पूरा करने के लिए ज्योतिष शास्त्रों (kp astrology for education and career) में सूर्य, बुध, शुक्र ग्रहों को एव. ४,६,९,१०,१२ भाव को प्रमुख माना जाता है. किसी जातक के इन्ह भाव व् ग्रहों के बीच शुभ समन्वय बनता है, तो जातक के लिए चिकित्सा बिषय लेके पड़ना चाहिए , इससे वो जातक बड़े आसानी से ही चिकित्सक बनने का स्वप्नों को पूरा कर सकता है. जिन्ह जातको के उपर में बताई गयी भाव व् ग्रहों के बीच में आपसी तालमेल न हो या फिर उसमे कोई बुरे ग्रहों का प्रभाव हो तो जातक कितने भी कौशिश कर ले उसको चिकित्सा बिषयक पड़ाइ में उसको उतना सफलता नही मिलती हे.
उच्च शिक्षा, किसी जातक के कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का सबलार्ड ४,६,९,१०,१२ भाव का निर्देशक होके सूर्य, बुध, शुक्र एव. गुरु ग्रहों के साथ समंध करता है तो जातक को फिजिशियन का कोर्से करना चाहिए ऐसा जातक आगे चलके जेनरल फिजिशियन बन सकता है. चतुर्थ भाव का सबलार्ड ४,६,८,९,१०,१२ भाव का निर्देशक होके सूर्य व् मंगल ग्रहों के साथ समंध करता है तो एसे जातक को शल्य चिकित्सा की और जाना चाहिए अर्थात शल्य चिकित्सा शास्त्रों के उपर अच्छा डिग्री हासिल करना चाहिए.
उच्च शिक्षा (kp astrology for education and career) कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का सबलार्ड ४,६,९,१०,१२ भाव का निर्देशक होके सूर्य, शुक्र व् गुरु ग्रहों के साथ समंध करता है तो जातक प्रसूति चिकित्सा शास्त्रों पर अध्यन करना चाहिएं. ऐसा जातक बअपनी जिंदिगी में एक अच्छा गायनोलोजिस्ट हो सकते है.
कुंडली में शिक्षा का भाव चतुर्थ भाव का सबलार्ड ४,६,८,९,१०,१२ भाव का निर्देशक होके सूर्य, मंगल व् शनि ग्रहों के साथ समंध करता है तो जातक आर्थोपेडिक के चिकित्सक होना निर्देश करे इसलिए जातक को चाहिए आर्थोपेडिक शास्त्रों के उपर पड़ना चाहिए. अगर चतुर्थ भाव का सबलार्ड ४,५,९,१०,१२ भाव का निर्देशक होके सूर्य, बुध व् चन्द्रमा ग्रहों के साथ समन्ध करता है एव. इसके साथ मेष राशी का भी संयोग रहता है तो जातक मानसिक रोगों का चिकित्सक बनना निर्देश करता है. ऐसे कुंडली वालें बिद्यार्थी को मानसिक चिकित्सा शास्त्रों के उपर उच्च शिक्षा करना चाहिए.
उच्च शिक्षा के कुछ प्रमुख बिषय के उपर कृष्णमूर्ति ज्योतिष पद्धति (kp astrology for education and career) का बहुत ही सटीक व् कारगर ज्योतिष सूत्र प्रस्तुत किए है, अगर ये पोस्ट आपको लगता है सच में ज्ञान बर्धक है तो इस पोस्ट को जरुर शेयर करे जिससे अर भी लोग इस लेख को पड़ सके. कुंडली में शिक्षा का भाव और मजबूत करने के लिए भी हमारे ऑनलाइन शौपिंग स्टोर से Power full Remedies व्यवहार भी किया जा सकता है.