बिल्ली की जेर के प्रभाव से व्यक्ति की इच्छा स्वयं ही पूरी होती हैं। आर्थिक मामलों में बिल्ली की जेर किसी चमत्कार से कम नहीं है। अगर आपके व्यापार चल नहीं रहा है, पैसे की किल्लत हमेशा बना रहता है, तो आपके लिए बिल्ली की जेर किसी रामबाण से कम नहीं है। शास्त्रों में बिल्ली को भगवान विष्णु जी की धर्मपत्नी लक्ष्मी जी की बड़ी बहन अलक्ष्मी की सवारी बताया गया है। प्रसवकाल के दौरान बिल्ली के द्वारा एक प्रकार की थैली उसकी योनि से निकलती है उसको ही साधारण भाषा में जेर कहा जाता है। तंत्र शास्त्रों में इसका बहुत ही महत्व बताया गया है।
ज्योतिषशास्त्र में बिल्ली को राहु की सवारी कहा गया है। जिनकी कुण्डली में राहु शुभ नहीं है उन्हें राहु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए बिल्ली पालना चाहिए। लाल किताब के टोटके के अनुसार बिल्ली की जेर को लाल कपड़े में लपेटकर बाजू पर बांधने से कालसर्प दोष से बचाव होता। ऊपरी चक्कर, नज़र दोष, प्रेत बाधा इन सभी में बिल्ली की जेर बांधने से लाभ मिलता है।
मार्जारी अर्थात् बिल्ली व्याघ्र परिवार का जीव है। केवल आकार का अंतर इसे व्याघ्र से पृथक करता है, अन्यथा यह सर्वांग में, व्याघ्र का लघु संस्करण ही है। मार्जारी अर्थात् बिल्ली की दो श्रेणियाँ होती हैं- पालतू और जंगली। जंगली को वन बिलाव कहते हैं। यह आकार में बड़ा होता है, जबकि घरों में घूमने वाली बिल्लियाँ छोटी होती हैं। वन बिलाव को पालतू नहीं बनाया जा सकता, किन्तु घरों में घूमने वाली बिल्लियाँ पालतू हो जाती हैं।
और घरों में घूमने वाली बिल्ली (मादा) भी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कराने में सहायक होती है, क्योकि पहले भी बताया जा चूका हे, शास्त्रों में बिल्ली को भगवान विष्णु की धर्मपत्नी श्री लक्ष्मी जी के बड़ी बहन अलक्ष्मी की बाहन बताया गया है। इसलिए घर में पालतू मादा बिल्ली की जेर को तंत्रोक्त सिद्ध करके घर में, ऑफिस में, दोकान या व्यवसायिक प्रतिष्ठान में स्थापन करने से बहुत लाभ प्राप्त होता है। खास तौर पर आर्थिक मामलो में बहुत फ़ायदा मिलता है। बिल्ली की नाल को तांत्रिक साधना में बहुत महत्व प्राप्त है। नाल का उपयोग वन्ध्या अथवा मृतवत्सा स्त्रियों के लिए परम हितकर माना गया है।
अपने घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए बिली की ज़ेर का उल्लेख हमारे शास्त्रों और ग्रंथों में मिलता है। बिली की ज़ेर को हमेशा सिंदूर से भरे डिब्बे में रखना चाहिए। यह रहस्यमय वस्तु मालिकों को संकट पर काबू पाने में मदद करती है। यह मन की उपस्थिति में सुधार करता है, आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ाता है और व्यक्तियों को अपार धन और समृद्धि का आशीर्वाद देता है। यह संपत्ति के निर्माण, बचत में वृद्धि की सुविधा प्रदान करता है और धन के अधिग्रहण और संचय में मदद करता है।
बिली की जेर राहु, शुक्र और मंगल के ग्रहों के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए अच्छी है। बिली की नाल दुर्लभ है क्योंकि बिल्ली अपने बच्चे को जन्म देने के तुरंत बाद नाभि को खाती है। इस वस्तु को प्राप्त करने के लिए बहुत तत्परता की आवश्यकता होती है। यह वस्तु अत्यंत उपयोगी हो सकती है यदि इसे उचित तरीके
से संरक्षित किया जाए। चाँदी की सिन्दूर की डब्बी में बिली की ज़ेर कार्यस्थल के कैश बॉक्स में रखने पर अत्यंत प्रभावी होती है। आज हम इस पोस्ट में बिल्ली की जेर को कैसे प्राप्त करे इसके बारे में भी बताएँगे, जिससे आप आसानी से बिल्ली के जेर प्राप्त कर सकते है।
बिल्ली की जेर के फायदे बहुत सारे हैं। और लोग भी बिल्ली की जेर को अधिक शुभ मानते हैं। ऐसा माना जाता है कि हर सफल व् धनवान व्यक्ति बिल्ली की जेर रखते हैं। बड़े बड़े राजनेता , व्यापारी , अभिनेता आदि लोग बिल्ली के जेर को रखते हैं। और बिल्ली के जेर को रखने से मनोकामना की पूति होती है।
यदि आपको कभी कहीं से भी बिल्ली का जेर मिल जाए तो अपने आप को बहुत भाग्यशाली समझें। सबसे मुश्किल होता है काली बिल्ली का ‘जेर’ ढूंढ़ना क्योकि काली बिल्ली का जेर सबसे प्रभावी होते है। इसमें अद्भुत शक्ति है और चमत्कारी परिणाम प्रदान करता है। यह आपके जीवन में उपलब्धि के स्तर को उन तरीकों से बढ़ाएगा जिनके बारे में आप कभी सोच भी नहीं सकते।
बिल्ली की जेर या बिल्ली की नाल में, विधिवत पूजन कर अपनी घर की तिजोरी या दूकान के गल्ले में रखने से कभी भी धन का आभाव नहीं रहता। बिल्ली की जेर या बिल्ली की नाल एक प्रकार की पूजा पाठ की वस्तु है जो की बिल्ली से प्राप्त होती है, धन के आभाव के कारन व्यक्ति कई सुखों से वंचित रह जाता है। हर व्यक्ति के मन की यह इच्छा होती है कि उसके पास इतना सारा धन हो की वह उससे अपनी सभी इच्छाएं पूर्ण कर सके। आमतौर पर हर व्यक्ति किसी न किसी कार्य क्षेत्र से जुड़ा होता है और धन कमाता है जिससे उसका निर्वाह या खर्च चलता है | व्यक्ति धन कमाने के लिए दिन रात एक करता है वह कठिन परिश्रम भी करता है कि उसे धन प्राप्त हो परन्तु ऐसे लोग भी होते है जिनके पास पैसे की बहुत किल्लत है, या तो कर्झ से परीशान है, उसकी मेहनत का पैसा किसी शख्स के पास फस जाता है और बहुत प्रयत्न करने पर भी वह पैसा नहीं निकल पाता अगर ऐसे में बिल्ली की जेर पास रखने से व्यक्ति का पैसा न तो फसता है और यदि फसा हो तो सरलता से निकल जाता है व्यक्ति के धन से जुड़े कार्य समय पर होते है उसके पास धन रुकता है और धन के नये नये मार्ग बनते है | इनके लिए बिल्ली के जेर किसी वरदान से कम नहीं है.
बिल्ली की जेर तांत्रिक सिद्धि या प्रभावी जादुई शक्ति प्राप्त करने में काफी महत्व है। जो लोग तांत्रिक विद्या को समझते हैं, उनके लिए तांत्रिक सिद्धि या कुशल जादू शक्ति प्राप्त करने के लिए बिल्ली की जेर का बहुत ही महत्व है। यह उनके लिए अत्यंत लाभकारी एवं उपयोगी होता है। बिल्ली की जेर परंपरागत रूप से तांत्रिकों के द्वारा अक्सर उपयोग में लिया जाता है। अगर किसी व्यक्ति या छोटे बच्चे को रात में खराब द्रश्य दिखाई देते है या वो सपने में डर जाता है तो इसे एक ताबीज में भरकर धारण करवा सकते है | इससे व्यक्ति को किसी प्रकार का भय या डर लगता हो उसमे निडरता आती है | उसके शरीर से नकारात्मक उर्जा उतरती है और उसके स्वास्थ्य में सुधार आता है | बिल्ली की जेर के बहुत फायेदे होते है जिससे मनुष्य तरह-तरह के लाभ प्राप्त कर सकता है और ऊपरी बाधाओं से उसका बचाव होता है |
आइए बिल्ली की जेर के कुछ बिशेष फायदे के बारे में जानते है:
१. कर्जों की समस्या से छूटकारा दिलाता है:
आप चारों ओर से कर्जे में डूब गए हैं और वह कर्ज़ा बहुत बढ़ गया है, और आय के अंदर बढ़ोतरी नहीं हो रही है । तो आप इस समस्या से निपटने के लिए बिल्ली की जेर का उपयोग कर सकते हैं. इसको व्यापार स्थल पर रखने से आय के अंदर बढ़ोतरी होती है। जिससे आपके परिवार में धन की प्राप्ति बढ़ जाएगी, और आपको कर्जे की समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा।
२. बिल्ली की जेर से आर्थिक संकट दूर होती है:
जिन लोगों के पास धन रूकता नहीं है। उनको बिल्ली की जेर को अपने पास रखना चाहिए। बिल्ली की जेर धन संचय को बढ़ावा देने का काम करती है, फिजूल की खर्चा कम करवाता है। यदि आपकी भी कमाई कम और व्यय अधिक हो जाता है तो बिल्ली की जेर रखना चाहिए, ताकि धन का अधिक संचय हो सके व् आर्थिक संकट दूर होता रहे।
३. बिल्ली की जेर से व्यापार में सफलता मिलता है:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बिल्ली की जेर को आप दुकान ,कार्यालय और कारखाने के अंदर सिंदर के साथ लाल कपड़े के अंदर लपेट कर रखने से, भारी मुनाफा और व्यापार में सफलता मिलता है। व्यापार की दृष्टि से बिल्ली की जेर बहुत ही प्रभावी होते है। इसी वजह से बिजनेस के अंदर सफलता पाने के लिए लोग बिल्ली की जेर का प्रयोग करते हैं।
४. बिल्ली की जेर सोचन क्षमता को मजबूत करती है:
ऐसा माना जाता है कि बिल्ली की जेर जिस इंसान के पास होती है। जिस किसी भी इंसान के पास बिल्ली की जेर रहती है उसकी सूचना क्षमता बहुत ही बेहतरीन हो जाती है. उसकी सोच के अंदर बहुत अधिक सुधार हो पाता है। कहने का मतलब है । इसान के मन के अंदर नए नए आइडियास आते हैं। और जिनके मन में नए नए आइडियास आते रहते है अक्सर वे लोग सफल ब्यबसायी बन पाते है, क्योकि अच्छा व्यवसाय करने के लिए दिमाग बहुत तेज होनी चाहिए, तभी तो व्यवसाय में सफलता मिलता है।
५.मंगल, शुक्र और राहु ग्रह के हानिकारक प्रभाव को दूर करती है:
दोस्तों राहु, मंगल, शुक्र ग्रहो के बुरे प्रभाव की वजह से इंसान के जीवन में बहुत ही उतार चढ़ाव आते हैं, अनेक प्रकार के कष्ट भोगने पड़ सकते हैं। जैसे पारिवारिक जीवन खराब हो जाता है , व्यक्ति पैसा बचाने मे भी असमर्थ रहता है। उसका परिवारिक जीवन खुशहाल नहीं रहता है, ऐसे में राहु, मंगल और शुक्र ग्रह के बुरे प्रभाव को दूर करने के लिए बिल्ली की जेर है बहुत ज्यादा फायदेमंद सिद्ध हुई है
६. पूजा करने में काम आती है बिल्ली की जेर:
बिल्ली की जेर का बहुत ही महत्व होने की बजाय से इसको अनेक प्रकार की पूजा करने में भी काम में लिया जाता है, जैसे दुर्गा पूजा, मोहनी पूजा, वेष्ण पूजा आदि अनेक प्रकार की पूजा में बिल्ली की जेर का उपयोग किया जाता है. मार्जारी तंत्र के अनुसार बिल्ली सिंह परिवार से होती है। मतलब यह छोटे सिंह का रूप होती है। ऐसा माना जाता है कि बिल्ली माता लक्ष्मी को प्रिय होती हैं। और इसी वजह से बिल्ली की जेर का प्रयोग पूजा के अंदर भी किया जाता है।
७. बिल्ली की जेर से वास्तु दोष दूर होती है:
घर में किसी प्रकार का कलेह-कलेश या अचानक से होने वाली कोई घटना किसी शुभ कार्य के समय अमंगल कार्य होना पैसो की बर्बादी होनी इत्यादि में वास्तु दोष का बड़ा हाथ होता है. घर के अन्दर किसी प्रकार का वास्तु उत्पन्न हो जाये तो अनेको परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बिल्ली की जेर घर में रखने से सारी नकारात्मक उर्जा को दूर कर सकारात्मक उर्जा में बदल देता है इसके साथ ही यदि घर में किसी ने जादू, टोना किया हो तो उसका दोष भी दूर होता है |
८. बिल्ली की जेर दुर्भाग्य को दूर करती है:
ऐसा माना जाता है कि बिल्ली की जेर के अंदर चमत्कारी ताकते होती हैं। और उन चमत्कारी ताकतों की वजह से ही बिल्ली की जेर जिस इंसान के पास होती है। उसके सारे कार्य सिद्व होने लग जाते हैं। यदि आप बार बार सफल होने का प्रयास करते रहते हैं। और उसके बाद भी आपको सफलता नहीं मिलती है। तो इसका मतलब है आपका भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा है। ऐसे में आपको बिल्ली के जेर बहुत फ़ायदा दे सकता है।
९. घर मे सुख और समृद्धि बनी रहती है:
बिल्ली की जेर को घर में रखने से सुख सम्रद्वि बना रहता है। घर के अंदर सकारात्मक उर्जा की बढ़ोतरी होती है। क्योंकि बिल्ली की जेर की वजह से घर के अंदर धन की कमी नहीं होती है। और इंसान उस धन की मदद से अपने जीवन में हर प्रकार की इच्छा को पूर्ण कर सकता है. धन की मदद से सुख के साधन खरीदे जा सकते हैं।
१०. वशीकरण करने के लिए भी उपयोग किया जाता है:
बिल्ली की जेर का प्रयोग वशीकरण करने के लिए भी किया जाता है। कुछ लोगो का मानना है बिल्ली की जेर से घर में रखने से पति पत्नी का वशीकरण होता है. एवं दोकान में रखने से ग्राहक वश में रहते है इससे लोग खरीदारी करने के लिए दोकान में बार बार आते है.
बिल्ली की जेर से बहुत सारे प्रयोग किये जाते है व्यक्ति अपने जीवन को सरल और सुगम बनाने के लिए अपने जीवन में तरह तरह के उपाय करता रहता है.
बिल्ली की जेर से दुकान में होने वाला नुकसान जैसे, नजर दोष, वास्तु दोष, दुकान का बांधना, ग्राहकों का न आना, ऐसी तमाम दिक्कते स्वतः ही दूर होती है और व्यापार तेजी से बढ़ता है | यदि व्यक्ति का व्यापार, कारोवार ठप हो जाये तो बिल्ली की जेर को लाल कपड़े में लपेट कर किसी छोटे से बटुए में रख कर दुकान के गल्ले, तिजोरी में रखे और रोज उसे धुप, दीप आदि दे, इससे माँ लक्ष्मी की कृपा से दुकान में दिन दूनी रात चौगनी तरक्की होगी |
मनुष्य हमेशा यही सोचता है की वो हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करे और अपने सभी कार्यो में निराशा का मुह कभी न देखे लेकिन यह संभव नहीं क्योंकि व्यक्ति के जीवन में ग्रहों का अच्छा बुरा प्रभाव ग्रहों का कुप्रभाव हर व्यक्ति को झेलना पड़ता है | लेकिन ईश्वर ने ऐसी दुर्लभ और चमत्कारी वस्तुए भी इस धरती पर बना रखी है जैसे बिल्ली की जेर अगर व्यक्ति को ये हासिल हो जाये तो उसके सौभाग्य में वृद्धि होती है और ये बनी भी इसलिए है की मनुष्य इनका लाभ प्राप्त कर सके | और बिल्ली की जेर तो माँ लक्ष्मी की अनूठी वस्तु में से एक है | जिसके पास ये होती है भाग्य उसका हर जगह साथ देता है|
बिल्ली कि नाल या बिल्ली की जेर कैसे प्राप्त करे ?—-
उस पर बराबर निगाह रखें। जिस समय वह बच्चों को जन्म दे रही हो, सावधानी से उसकी रखवाली करें। बच्चों के जन्म के तुरंत बाद ही उसके पेट से नाल (झिल्ली) निकलती है और स्वभावतः तुरंत ही बिल्ली उसे खा जाती है। बहुत कम लोग ही उसे प्राप्त कर पाते हैं। इसलिए जैसे ही बिल्ली के पेट से नाल बाहर आए, उस पर कपड़ा ढँक दें। ढँक जाने पर बिल्ली उसे तुरंत खा नहीं सकेगी। चूँकि प्रसव पीड़ा के कारण वह कुछ शिथिल भी रहती है, इसलिए तेजी से झपट नहीं सकती। जैसे भी हो, प्रसव के बाद उसकी नाल उठा लेनी चाहिए। जेर मिलने के बाद उसे कपड़े से उठाकर 5 से 6 दिन तक धूप के अंदर अच्छी तरीके से सूखा दें। जब बिल्ली का जर पूरा सूख जाए तब उसको हल्दी का चूर्ण और सिंदूर से लेप कर डिब्बी में रख लेना चाहिए। उसके पश्चात बिधिबत सिद्ध करके प्रयोजनीय रूप दिया जाता है। आप चाहे तो बिल्ली की जेर को आसानी से ही स्वामीजी के ऑनलाइन स्टोर से बहुत कम कीमत पर शुद्ध बिल्ली की जेर माँगा सकते है.
बिल्ली की जेर को सिद्ध करने का तरीका एवं पूजा विधि:
बिल्ली की जेर को सही मुहूर्त में सिद्ध कर लक्ष्मी मन्त्र से अभिमंत्रित कर अपने घर स्थापित करले धीरे-धीरे व्यक्ति का भाग्य चमकने लगता है | और व्यक्ति एक खाली ताबीज में बिल्ली की जेर का एक छोटा सा टुकड़ा भर कर किसी शुभ दिन धारण करे तो इससे उसके भाग्य में वृद्धि होने लगती है इसके साथ जादू, टोना, भूत, प्रेत, और तमाम ऐसी परेशानियों से छुटकारा मिलता है | बिल्ली की जेर जब तक सिद्व नहीं किया जाता हैं, तब तक यह कोई फायदा नहीं पहुंचाती है। तो किहीं से भी सिद्ध नहीं किया गया बिल्ली की जेर प्राप्त करते हो उसे सबसे पहले सिद्व करना बहुत ही जरूरी होता है। तांत्रिक बिधि से सिद्ध करने के लिए सबसे पहले किसी शुभ मुहूर्त में अथवा गुरुवार के दिन स्नान-पूजा करके शुद्ध स्थान पर अथवा मंदिर के सामने उत्तर दिशा की तरफ मुख करके बैठ जाए और हल्दी लगा हुआ नाल (बिल्ली की जेर) को बाएँ हाथ में लेकर गंगाजल के छीटे मारकर‘ मर्जबान उल किस्ता’ मंत्र पड़ते हुए इसे एक लाल रंग के वस्त्र के उपर बिल्ली की जेर रख दें।
उसके बाद लोबान की धूनी और कपूर के दीप जलाकर दुर्गा मंत्र ‘‘¬ दुं दुर्गाये नमः’’ का 108 बार जप कर, और फिर घी के ५ दिए जलाकर बिल्ली् की जेर पर कुमकुम और केसर का तिलक लगाएं। इसके पश्चात फूल और चावल अर्पित करें। संभव हो तो बिल्ली की जेर पर कामाख्या सिंदूर लगाए। और फिर बिल्ली की जेर के ऊपर विधिवत माता लक्ष्मी का ध्यान करते हुए नीचे दिए गए मंत्रो का जाप १०८ बार करें, मंत्र: ‘ओम श्रीं उलुक मम् कराय कुरु कुरु नमः’ । मंत्र जप में माला कमलगट्टे की होनी चाहिए।
ऐसा ग्यारह दिन तक प्रतिदिन लाल कपड़ा बिछाकर उत्तर पूर्व की तरह मुह करके करे। अगर आप खुद नहीं कर सकते हो तो किसी बिद्यान तांत्रिक से करवा लेना चाहिए। बिल्ली के जेर को सिद्ध करने में काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ती है इसको सिद्ध करने में काफी समय लगता है। अगर ये साधना होली या दिवाली पर किसी शुक्ल पक्ष के गुरुवार से शुरू करे या गुरु पुष्य नक्षत्र में जो गुरुवार के दिन बनता है जो बहुत शुभ माना जाता है, सिद्ध कार्य किया जाए तो ये बहुत ही कारगर होती है, एक दिन में ही बिल्ली की जेर सिद्ध हो जाती है।
और इसका नतीजा भी जबरदस्त मिलता है। जव साधना समाप्त हो जाए तब बिल्ली की जेर को सिंदूर, कुमकुम व् लाल कपड़े के साथ एक चंडी के बॉक्स या लकड़ी के डिब्बे में सिन्दूर भरकर डिब्बी को बंद कर दे और इसे लाल चुन्नी में लपेट कर स्थापित कर दे | 11 दिन तक पूजा करने के बाद ही आप इसको घर के अंदर रख सकते हैं। उसके बाद यह अवश्य ही फायदा पहुंचाएगी ।
बिल्ली की जेर की प्रयोग विधि:
सम्पूर्ण पूजा हो जाने के बाद बिल्ली की जेर को सिंदूर भरकर एक लकड़ी के बक्से के अंदर बंद करदें और फिर लाल चुन्नरी से लपेट कर गुरुबार के दिन उसे माथे से लगाकर अपनी घर के लॉकर (संदूक), पिटारी, बैग या जहाँ भी रुपए-पैसे या जेवर हों, अथवा दोकान के कॅश बॉक्स में स्थापित करे, रख दें। और हो सके तो हर दिन धुप दीप जरूर दिखाए, पूजन करते समय || ‘ऊं श्रीं उलूक मम कराया कुरु कुरु नमः’|| मंत्र का जाप करें।
बिल्ली की जेर सिन्दूर के साथ रखने से घर में सूख शांति आती है, धन धान्य और संपत्ति में अपार वृद्धि होती है, घर पर किये गए अभिचार प्रयोग असर नहीं करते, घर को किसी की नजर नहीं लगती और बाधाएं दूर रहती हैं | इसके साथ ही मनोकामना पूर्ति के लिए और आकर्षण, मोहन, वशीकरण अन्य अभिचार कार्यो के लिए बिल्ली की जेर कुछ ही दिनों में सिद्ध हो जाती हैं और अति शीघ्र असर दिखने लगता हैं| जंहा बिल्ली की जेर होती है वंहा कोई वास्तु दोष या उपद्रव नहीं पनपता उस घर पर कोई जादू, टोना, किया कराया नहीं चलता | लेकिन जिस व्यक्ति के पास बिल्ली की जेर है तो उसे चाहिए वो इस बात को गुप्त रखना चाहिए नहीं तो इसका प्रभाव कम हो जाता है|